सोमवार, 23 अगस्त 2010

यहां मुर्दे भी करते हैं आलू व प्याज की खेती

राजेश कानोडिया, नवगछिया
नवगछिया प्रखंड में आलू एवं प्याज की खेती मुदरें द्वारा की जा रही है। खेती में हुई क्षति का भुगतान भी सरकारी सेवक द्वारा मुदरें को किया गया है। जानकारी के मुताबिक नवगछिया प्रखंड के नगरह पंचायत के मुखिया डोमन हरिजन एवं पंचायत सेवक नरेन्द्र द्वारा लगभग एक लाख रुपये का भुगतान आलू प्याज की खेती में हुई क्षति के लिए मुर्दो को किया गया है। जबकि जानकारों के अनुसार पूरे नवगछिया प्रखंड में इक्का-दुक्का लोग निजी उपयोग के लिए आलू-प्याज की खेती करते हैं। लेकिन नगरह पंचायत के दर्जनों लोगों द्वारा आलू-प्याज की खेती की गई है। इतना ही नहीं आलू-प्याज की क्षतिपूर्ति मुखिया एवं पंचायत सेवक के द्वारा अपने चहेते एवं एक ही परिवार के कई लोगों को क्षतिपूर्ति का भुगतान भी किया गया है। इनके साथ-साथ ऐसे लोगों का भी नाम भुगतान सूची में दर्ज है जो कई सालों पहले मर चुके हैं। इस मामले से संबंधित नगरह गांव के ही 206 व्यक्तियों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन राजस्व के दुरुपयोग हेतु प्रखंड विकास पदाधिकारी नगवछिया एवं अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया को भी सौंपा गया है। जिस पर इसी पंचायत के उप सरपंच संजय कुमार सिंह, सात नम्बर वार्ड के सदस्य विभाष हरिजन, पांच नम्बर वार्ड के सदस्य कविता देवी, पंच सदस्या मुन्नी देवी, तीन नम्बर वार्ड के सदस्य सुमित्रा देवी, चार नम्बर वार्ड के सदस्य रानी देवी, विकास मित्र कन्हैया कुमार ने भी मोहर सहित हस्ताक्षर किया है। ग्रामीणों द्वारा दिये गये आवेदन में कहा गया है कि बाला, आनन्दी यादव, राजा राम चौधरी, चलितर मालाकार एवं रघुनाथ सिंह की मृत्यु हो चुकी है, जिन्हें भी आलू प्याज के लिए क्षति पूर्ति का भुगतान किया गया है। ग्रामीणों के अनुसार बाला हरिजन की मृत्यु बीस साल पहले हुई है, आनन्दी यादव की साल भर पहले, राजा राम चौधरी की 15 साल पहले तथा चलितर मालाकार की पांच साल पहले मृत्यु हो चुकी। इसके साथ-साथ मुखिया के परिजन एवं सगे संबंधियों व समर्थकों के परिजनों के नाम से आलू प्याज की खेती में क्षति पूर्ति का भुगतान दिखाया गया है। जिनमें से कुछेक नाम ऐसे भी हैं जो लोग गांव में रहते ही नहीं हैं। इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी वीणा कुमारी चौधरी ने बताया कि पंचायत सचिव से संपर्क किया जा रहा है। संपर्क होने पर मामले की जांच की जायेगी । अगर ऐसा भुगतान हुआ होगा तो राशि की वापसी करायी जायेगी। अनुमंडल पदाधिकारी सुशील कुमार ने भी मामले की जांच करने की बात कही है।